Poems from Apurva Thete

मेरे देश के जवान!! ना होली, ना दिवाली, ना बैसाखी, ना ईद वतन की रक्षा करना, बस यही इनकी रीत... कोई बतायें कैसे उतारे ये एहसान ऐसे वीर है...