मेरे देश के जवान!!

Location

India

मेरे देश के जवान!!

ना होली, ना दिवाली, ना बैसाखी, ना ईद
वतन की रक्षा करना, बस यही इनकी रीत...
कोई बतायें कैसे उतारे ये एहसान
ऐसे वीर है मेरे देश के जवान...!!!

सरहद पर दटके, करते परिवार का त्याग
माँ बाप,भाई बेहन, सब मातृभूमी के बाद...
कैसे करे ये समर्पण को बयान
ऐसे दिवाने है मेरे देश के जवान...!!!

आसमान से बरसे ओले या हो तपती धूप
हम जी सके सुकून से, वो लढते है गोलियो से खूब...
कैसे करे इस तपस्या को सलाम
ऐसे निष्ठावान है मेरे देश के जवान...!!!

वीरता का पैगाम, पुरे विश्व का अभिमान
भारतीय सेना पे गर्व करता सारा जहाँन...
कितना भी करे मगर कम है गुणगान
ऐसे साहसी है मेरे देश के जवान...!!!

लहू से भरा शरीर, पर दुश्मनो के लिये चट्टान
नही झुकने देंगे देश की आन बान शान...
कैसे चुकाये ये महान बलिदान
ऐसे पराक्रमी है मेरे देश के जवान...!!!

भारत माँ के लाल, तिरंगा जीनकी पहचान
लूटाये अपनी जान, हिंदुस्थान के नाम..
ऐसे शहादत को मेरा शत शत प्रणाम
ऐसे शौर्यवान है मेरे देश के जवान...!!!

✒️अपूर्वा थेटे
नागपूर, भारत

This poem is about: 
My country
Poetry Terms Demonstrated: 

Comments

Additional Resources

Get AI Feedback on your poem

Interested in feedback on your poem? Try our AI Feedback tool.
 

 

If You Need Support

If you ever need help or support, we trust CrisisTextline.org for people dealing with depression. Text HOME to 741741